नई ‌‌‌‌‌‌इबारत

रविवार, 4 सितंबर 2022

निशातपुरा थाने के पास से मोबाइल चोरी

स्कूली छात्र का समोसे कचोरी की दुकान पर से हुआ मोबाइल पार

भोपाल। निशातपुरा थाने के पास कचोरी समोसे की दुकान से स्कूली छात्रों का मोबाइल पार कर लिया। कुछ देर बाद फोन पर बात हुई और उसके बाद मोबाइल को बंद कर लिया गया। मोबाइल सेमसंग ए20 है, जिसका आईएमईआई नंबर ,358358/10,/1933221/8 हैं। जिसकी शिकायत निशातपुरा थाने में की गई है। उल्लेखनीय है कि करोद क्षेत्र में मोबाइल चोरी की वारदात लगातार हो रही है। जिसकी सूचना लगातार थाने पर दी जा रही है लेकिन पुलिस प्रशासन एवं क्राइम ब्रांच की नाकामी से मोबाइल चोरों के हौसले बुलंद हो रहे हैं।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार करोंद क्षेत्र में सक्रिय मोबाइल रिपेयरिंग करने वाले सस्ती कीमत पर चोरी के मोबाइल खरीदने एवं बेचने के काम में सक्रिय हैं। सिर हीं मोबाइल के पार्ट्स के लिए भी मोबाइल खरीदतें हैं00:57 AM


व्यक्ति की बजाए आस्था को तिरंगे से जोडऩे का अभियान

 विशेष संपादकीय

‘इंडिया’ को ‘भारत’ बनाने का संकल्प बना घर-घर तिरंगा अभियान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राष्ट्रव्यापी योजना ‘घर-घर तिरंगा- हर घर तिरंगा अभियान’ जन-जन को जोडऩे के संकल्प के साथ आज हर घर में दिखाई दे रहा है। तिरंगा अभियान चलाने से पूर्व देश के कानून में पिछले 75 सालों से चली आ रही तिरंगा ध्वज के सम्मान के लिए केवल और केवल शासकीय भवनों में तिरंगा ध्वज लगाना और शाम 6 बजे से पूर्व ध्वज को उतारने का क्रम बना हुआ था।  वहीं राष्ट्र के गौरव के साथ आम जन मानस की आस्था इतनी थी कि उसके सम्मान में जहां भी ध्वज का आरोहण होता था वहां सावधान की स्थिति में खड़े होकर जन गण मन अधिनायक वाला राष्ट्रगीत का गायन होता और उतारने के लिए भी राष्ट्र गीत का गायन होता था। आज जब 13 अगस्त से 15 अगस्त तक भारत के राष्ट्रध्वज को घर-घर लगाने का सपना साकार करने के लिए संकल्प लिया गया है। यह एक ऐसी संकल्पना है कि जिससे जन को जन से जोड़ कर नया भारत बनाने का संकल्प दिखाई दे रहा है। 

संकल्प को पूरा करने के स्वयंसेवी संस्थाओं से लेकर राजनीतिक दलों ने भी पूरा साथ दिया। भारतीय जनता पार्टी के सभी अनुषांगिक  संगठन एवं पार्टी ने रणनीति को अमली जामा पहनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इसके लिए शहर-शहर और ग्राम-ग्राम में जो अलख जगाया वह एक ऐसी किंवदंती साबित हुई है जो किसी भी व्यक्ति और व्यक्तित्व को राष्ट्र से जोडऩे के लिए संकल्प साबित हुआ और सभी वर्ग हिंदू-मुसलमान और सिख, ईसाई सभी हैं भारतवासी के संकल्प को साबित करने के लिए एक ध्वज के नीचे आ गए।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी धर्म और आस्था के लोगों को तिरंगा ध्वज की आस्था से जोडऩे के लिए मिल का पत्थर साबित हो रहा है। प्रदेश पब्लिसिटी समाचार पत्र यह मानता है कि यह संकल्प दुनिया के सामने यह संकल्प दिखाता है कि भारत का जन-जन आस्था एवं धर्म से भले ही अलग-अलग हों पर जब भी राष्ट्र की एकता की बात होगी तो दुनिया भारत और भारत की जनता की एकता एवं अखंडता अक्षुण है, इस पर आंख उठाने तो दूर इसकी और गलत ईरादों से देखना भी मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है। इस अभियान से यह साबित हो रहा है कि ‘इंडिया’ को ‘भारत’ बनाने का घर-घर तिरंगा, हर घर तिरंगा अभियान जन-जन को जोडऩे का  है।