नई ‌‌‌‌‌‌इबारत

गुरुवार, 10 दिसंबर 2009

लड़का हीरा है हीरा

अब क्या बताएं!!
वैसे लड़का हीरा है हीरा !
कमाने का क्या है अब आदमी जुए में रोज़ रोज़ तो जीत नहीं सकता है, कभी हांर भी जाता है
लेकीन लड़के की कीसमत बहुत अच्छी है
कभी कुछ बुरा नहीं कहता है
हाँ...
लेकीन दारू ऐसी चीज़ है की 1 बार अन्दर गयी तो फीर अच्छे बुरे का कहाँ धयान रहता है
वैसे ये ज्यादा दारू भी नहीं पीता लेकीन जब भी वो नाचने वाली के पास जाता है तो पता नहीं इसे क्या हो जाता है...पीता ही चला जाता है, कनट्रोल ही नहीं कर पाता है!
मैं तो कहत हूँ की रीशते के लीए इससे अच्छा लड़का मिळना मुश्कील है
हाँ बस घर का ठीकाना नही है
उसका क्या है आज नहीं तो कल वो भी हो जायेगा लेकीन लड़का हीरा है हीरा